जयपुर. प्रदेश में 46 निकायाें के चुनाव परिणाम जारी हाेने के बाद बाेर्ड बनाने काे लेकर भाजपा और कांग्रेस ने अपने पार्षदों के साथ निर्दलीयों की भी बाड़ेबंदी शुरू कर दी है। पार्षदाें काे होटल-रिसोर्ट या अनजान जगहों पर भेजा गया है। इसके अलावा उदयपुर, जयपुर व वाराणसी तक की निर्दलीय पार्षदों को अपने पक्ष में करने के लिए दोनों ही पार्टियां जोर-आजमाइश कर रही हैं। प्रदेश में 49 में से 22 निकाय ऐसे हैं, जहां निर्दलीय अहम भूमिका में हैं। दोनों ही पार्टियों को खुद के पार्षदों की खरीद-फरोख्त का भी डर सता रहा है। ऐसे में उनके सामने बाड़ेबंदी के अलावा कोई विकल्प नहीं है। वे इस मामले में कोई रिस्क नहीं लेना चाहते। निकाय प्रमुख 26 नवंबर काे चुने जाने हैं। उधर, प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा निकायों में कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने हर निकाय के लिए पर्यवेक्षक भेज दिए।
उन्हीं के साथ मंत्रियों और संगठन के पदाधिकारियों की भी तैनाती की है, जिससे निर्दलीयों को मिलकर कांग्रेस का बोर्ड बनाने में आसानी हो सके। इसके लिए आला कमान को भी मैसेज दिया जा सके। राज्य के 20 निकायों में कांग्रेस की जीत हुई है। जबकि 7 पर भाजपा बाेर्ड बना सकती है।
किसी को रिसोर्ट में ठहराया तो किसी को वाराणसी
नागाैर की मकराना नगर परिषद में विजयी रहे अधिकांश कांग्रेस व पार्टी समर्थित निर्दलीयों को मकराना से बाहर शिफ्ट कर दिया गया। इन्हें उदयपुर के चार होटलों में ठहराया गया है। कांग्रेस कार्यकर्ता इन पर पैनी नजर रखे हुए हैं। सबके माेबाइल फोन लेकर एक जगह रखवाए गए हैं। फोटो व सेल्फी लेने पर भी पूरी तरह पाबंदी है। वाट्सअप, फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया साइट्स का उपयोग भी वर्जित है। काेटा की सांगोद नगरपालिका में कांग्रेस का बोर्ड बनना लगभग तय है, लेकिन किसी तरह का अंतर्कलह पैदा नहीं हो, इसे देखते हुए जीते हुए 16 पार्षदों की बाड़ाबंदी तीसरे दिन भी जारी रही। पार्षदों के दल के वाराणसी में होने की जानकारी मिली।